भारत का Debt-to-GDP रेश्यो समझें – विज़ुअल गाइड

भारत का Debt-to-GDP रेश्यो समझें - विज़ुअल गाइड
Share

हमारी तरह, देश भी आवश्यकता पड़ने पर कर्ज लेते है,क्योंकि विकास के लिए जरूरी प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए सरकार अक्सर कर्ज का सहारा लेती हैं। लेकिन क्या होगा अगर ये कर्ज इतना ज्यादा बढ़ जाए कि उसे चुकाना मुश्किल हो जाए? यही समझने के लिए एक आर्थिक पैमाना इस्तेमाल होता है जिसे Debt-to-GDP या ऋण-से-जीडीपी रेश्यो कहा जाता है।

आइए इस इन्फोग्राफिक गाइड की मदद से समझते है कि ये क्या है और किसी भी देश या राज्य का ऋण-से-जीडीपी रेश्यो कैसे पता करें।

भारत का Debt-to-GDP रेश्यो समझें - विज़ुअल गाइड

निष्कर्ष

आपने देखा Debt-to-GDP रेश्यो किसी देश की आर्थिक स्थिति समझने का एक अहम पैमाना है और यह रेश्यो जितना कम होगा, देश उतना ही मजबूत स्थिति में माना जाता है। लेकिन यह नियम सिर्फ देश या राज्य पर ही लागू नहीं होता है बल्कि हम पर भी लागू होता है।

आसान शब्दों में कहें, तो आप अपनी कमाई की तुलना में कर्ज को जितना कम रखेंगे, तो आप फाइनेंशियल रूप से संघर्ष करने की स्थिति से बच सकते है।

*यह आर्टिकल केवल जानकारी के उद्देश्य के लिए है। यह कोई निवेश सलाह नहीं है।
*डिस्क्लेमर: तेजी मंदी डिस्क्लेमर

Teji Mandi Multiplier Subscription Fee
Min. Investment

3Y CAGR

Min. Investment

Teji Mandi Flagship Subscription Fee
Min. Investment

3Y CAGR

Min. Investment

Teji Mandi Edge Subscription Fee
Min. Investment

Min. Investment

Teji Mandi Xpress Subscription Fee
Total Calls

Total Calls

Recommended Articles
Scroll to Top