पिछले हफ्ते हमने सपनों का घर लेने के दो तरीकों के बारे में बात की थी। आज हम बात करेंगे कि करियर में बहुत जल्दी घर खरीदना कितना सही है और कितना नहीं। क्या यह एक बड़ी आर्थिक भूल है?

नेगेटिव SIPs

यदि आप अपने करियर की शुरुआत में एक घर खरीदने का फैसला करते हैं, तो आप इसके लिए एक बड़ा होम लोन लेकर इसे फाइनेंस करते हैं। यहां से मासिक EMIs का भुगतान करने का एक चक्र शुरू हो जाता है। इसे नेगेटिव SIPs कहा जाता है।

स्टॉक और म्यूचुअल फंड में SIPs के जरिए निवेश करने के बजाय आप अपना कर्ज चुकाने में फंस जाते हैं। इसके अलावा EMIs का भुगतान करना एक निश्चित दायित्व बन जाता है और इससे बचत और निवेश की गुंजाइश कम हो जाती है। तो यह नेगेटिव प्रक्रिया आपके जीवन में जल्दी शुरू हो जाती है। वहीं अगर आपके पास घर खरीदने के लिए पर्याप्त बचत है, तो यह एक सही निर्णय हो सकता है।

फाइनेंशियल आजादी में विलंब

फाइनेंशियल फ्रीडम एक ऐसी स्टेज है जहां डिविडेंड और ब्याज के माध्यम से बन रही आपकी निष्क्रिय आय आपके सभी मासिक खर्चों को कवर कर जाती है। इसका मतलब यह भी है कि आप जो कुछ भी करना चाहते हैं उसे करने के लिए आप आजाद हैं, आपको जबरन कोई चीज नहीं करनी पड़ती है।

इसे होम लोन लेकर घर खरीदने के दूसरे प्रभाव के रूप में देखा जा सकता है। नियमित EMIs का भुगतान करने का अर्थ है SIP मोड के माध्यम से निवेश में कम राशि डालना, जिसका अर्थ है वेल्थ का कम बनना और विलंबित फाइनेंशियल फ्रीडम।

न बदलने वाला निर्णय

करियर में बहुत जल्दी घर खरीदना इस मायने में बहुत बड़ी गलती हो सकती है कि एक बार लिया गया फैसला वापस नहीं लिया जा सकता। एक घर कंपनी का इक्विटी शेयर नहीं है जिसे स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से बेचा जा सकता है। इसे कैश कराना काफी मुश्किल होता है।

टैक्स लाभ और किराए की बचत

एक प्लस पॉइंट यह है कि अगर आप प्रॉपर्टी खरीदने के लिए होम लोन लेते हैं, तो उस पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है। इसके साथ ही जब आप एक निर्माणाधीन घर में निवेश करते हैं, तो आप निर्माण-पूर्व ब्याज छूट के पात्र होते हैं और होम लोन पर चुकाए गए ब्याज पर कटौती का दावा कर सकते हैं।

इसके अलावा जब आप एक घर खरीदते हैं, तो आप किराए में तो नहीं ही रहेंगे, तो आप किराए के पैसे बचा रहे होते हैं।

वैल्यू में इजाफा

अपने करियर की शुरुआत में एक घर खरीदना इस मायने में भी फायदेमंद हो सकता है कि यह प्रोपर्टी की वैल्यू के बारे में अक्सर कहा जाता है कि उसके वैल्यू बढ़ती ही है। इसके साथ ही यह महंगाई हिसाब से भी सही बैठता है।

इसके अलावा अगर आपके पास और कोई रास्ता नहीं है, तो आप अपना बकाया चुकाने के लिए हमेशा अपने घर को बेचने पर विचार कर सकते हैं।

आज के लिए सिर्फ इतना ही है। उम्मीद करते है यह जानकारी आपको रोचक लगी होगी। इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूले। 

*यह आर्टिकल केवल जानकारी के उद्देश्य के लिए है। यह कोई निवेश सलाह नहीं है।

*डिस्क्लेमर: तेजी मंदी डिस्क्लेमर