भारतीय स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने हाल ही में भारत का पहला इलेक्ट्रिक वाहन (EV) इंडेक्स लॉन्च किया है। जिसका नाम निफ्टी EV & न्यू एज ऑटोमोटिव इंडेक्स ( Nifty EV & New Age Automotive Index) है। यह इंडेक्स इलेक्ट्रिक वाहन और उससे जुड़े सेक्टर्स में काम करने वाली कंपनियों के प्रदर्शन को ट्रैक करेगा। आइए इस इंडेक्स के बारे में विस्तार से समझते हैं।
निफ्टी EV & न्यू एज ऑटोमोटिव इंडेक्स क्या है?
भारतीय शेयर बाजार का दिग्गज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) इलेक्ट्रिक मोबिलिटी स्पेस में तेजी से हो रहे बदलावों को भुनाने के लिए निफ्टी EV & न्यू एज ऑटोमोटिव इंडेक्स लेकर आया है। यह इंडेक्स विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के मैन्युफैक्चरिंग, बैटरी बनाने वाली कंपनियों, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर देने वाली कंपनियों और अन्य कंपनियों को शामिल करता है जो इलेक्ट्रिक वाहन इकोसिस्टम सिस्टम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
इसके साथ ही, NSE द्वारा इस इंडेक्स का बेस अप्रैल 02, 2018 को 1000 रुपये के साथ बेस वैल्यू के रूप में तय किया गया है और इस इस इंडेक्स को मई 30, 2024 को लॉन्च किया गया है। NSE के सर्कुलर के अनुसार, बजाज ऑटो, टाटा मोटर्स, महिंद्रा & महिंद्रा, मारुती सुजुकी, एक्ससाइड इंडस्ट्रीज, बॉश, संवर्धना मदरसन इंटरनेशनल, आयशर मोटर्स, CG पॉवर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशंस और हिमाद्री स्पेशियलिटी केमिकल सहित कुल 33 कंपनियां इस इंडेक्स में शामिल हैं।
इस इंडेक्स के बारें में कुछ जरुरी जानकारी
चुनाव प्रक्रिया: जो कंपनियां निफ्टी 500 इंडेक्स का हिस्सा हैं या बनने जा रही हैं, उन्हें इस नए इंडेक्स में शामिल होने के लिए चुना जा सकता है। लेकिन एक शर्त है – उन्हें इलेक्ट्रिक वाहन, आधुनिक वाहन, बैटरी, पुर्जों, कच्चे माल या इससे जुड़ी टेक्नोलॉजी के निर्माण या सप्लाई में शामिल होना चाहिए।
नियमित बदलाव: यह इंडेक्स छह महीने में एक बार रिव्यु के बाद बदला जा सकता है और तिमाही आधार पर इसका रीबैलेंस किया जाएगा। इस रिव्यु के लिए हर साल 31 जनवरी और 31 जुलाई की तिथि तय की गई है। बदलाव लागू होने से चार हफ्ते पहले मार्केट को सूचित कर दिया जाएगा।
पारदर्शिता बनाए रखना: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की एक्सपर्ट टीम सभी निफ्टी इंडेक्स को मैनेज करती है। इसमें पारदर्शिता बनाए रखने के लिए तीन स्तरीय स्ट्रक्चर है, जिसमें निफ्टी इंडिसेस लिमिटेड के निदेशक मंडल, इंडेक्स एडवाइजरी कमेटी (इक्विटी) और इंडेक्स मेंटेनेंस सब-कमेटी शामिल हैं।
इसका निवेशकों के लिए क्या मतलब है?
निफ्टी EV & न्यू एज ऑटोमोटिव इंडेक्स इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते हुए मार्केट को भुनाने का एक शानदार अवसर है। इस इंडेक्स के माध्यम से निवेशक एक ही जगह पर पूरे इलेक्ट्रिक वाहन सेक्टर में निवेश कर सकते हैं। आने वाले समय में भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड तेजी से बढ़ने का अनुमान है, जिससे इस इंडेक्स में शामिल कंपनियों के स्टॉक्स में भी अच्छा प्रदर्शन होने की उम्मीद है।
निफ्टी EV & न्यू एज ऑटोमोटिव इंडेक्स सिर्फ एक इंडेक्स नहीं है, बल्कि यह पूरे इलेक्ट्रिक और आधुनिक वाहन इंडस्ट्री की तस्वीर पेश करेगा। इस इंडेक्स को फंड मैनेजर बेंचमार्क के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं और इससे जुड़े इंडेक्स फंड, ETF और अन्य फाइनेंशियल प्रोडक्ट भी लॉन्च किए जा सकते हैं।
NSE द्वारा हाल ही में किए गए कुछ बदलाव
पिछले कुछ महीनों में NSE ने नए थीमैटिक और सेक्टॉरल इंडेक्स लॉन्च किए हैं, जिनमें निफ्टी500 मल्टी कैप इंडिया मैन्युफैक्चरिंग 50:30:20 इंडेक्स, निफ्टी500 मल्टीकैप इंफ्रास्ट्रक्चर 50:30:20 इंडेक्स और निफ्टी मिडस्मॉल हेल्थकेयर शामिल हैं।
निफ्टी EV & न्यू एज ऑटोमोटिव इंडेक्स को भी इसी रणनीति का हिस्सा माना जा सकता है। इतना ही नहीं, NSE ने ट्रेडिंग को बढ़ावा देने के लिए कई और कदम उठाए हैं, जैसे कि 250 रुपये से कम प्राइस वाले स्टॉक्स के लिए टिक साइज घटाकर 1 पैसा करना, विभिन्न स्टॉक्स और इंडेक्स के लॉट साइज को कम करना और निफ्टी नेक्स्ट 50 डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट को 31 अक्टूबर तक बिना किसी ट्रांजैक्शन चार्ज के लॉन्च करना शामिल है।
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*यह आर्टिकल केवल जानकारी के उद्देश्य के लिए है। यह कोई निवेश सलाह नहीं है।
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