खर्च करने के पीछे मानसिकता एवं ट्रिगर्स समझे और अनावश्यक खर्च करने की आदतों से मुक्ति पाने का तरीका सीखें।
क्या आपने कभी सोचा है कि आप उस शॉपिंग मॉल से खरीदारी करके क्यों बाहर निकले जहां से आपने शुरूवात में ही खरीदने का कोई इरादा नहीं किया था, लेकिन फिर भी आपने 5,000 रुपये की खरीदी की? या यह भी सोचा है आपने दूसरी घड़ी की अपेक्षा एक विशेष घड़ी क्यों खरीदी? यदि आपको लगता है कि ये आपकी व्यक्तिगत पसंद थीं, तो निश्चित रूप से इसमें और भी बहुत कुछ है समझने के लिए!
मनोविज्ञान यह समर्थन करता है कि हमारे अधिकतम खरीद निर्णय ऐसे विभिन्न बाहरी बलों द्वारा नियंत्रित होते हैं जो हमें ऐसे निर्णय लेने के लिए प्रेरित करते हैं जो हमारे सर्वोत्तम हित में नहीं हो सकते हैं। आज, चलिए खर्च करने की मनोविज्ञान को गहराई समझते हैं और उन ट्रिगर्स को समझें जो हमें खरीदारी का निर्णय लेने के लिए प्रेरित करते हैं।
ट्रिगर्स को समझें और उन्हें ब्रेक करने के तरीके!
ये कुछ ऐसे ट्रिगर्स हैं जो किसी व्यक्ति के खरीददारी निर्णयों को प्रभावित करते हैं, जिनके बाद आदतें बदलने के तरीके भी दिए गए हैं!
खर्च करने का ट्रिगर: रिटेल थेरेपी
विभिन्न लोग अनजाने में ‘रिटेल थेरेपी’ में शामिल हो जाते हैं। क्या आपने कभी महसूस किया है और उस शानदार मॉल में जाकर खुद को खुश करने का निर्णय लिया है?
रिसर्च कहता है कि खरीददारी दिमाग में खुशी को नियंत्रित करने वाले केमिकल्स के स्तर को बढ़ाती है। हालांकि, यह खरीदारी द्वारा प्रदान की जाने वाली खुशी कुछ ही समय की होती है, और बाद में अधिक खर्च करने के कारण जो समस्याएँ सामने आती हैं वह अफसोस और तनाव का कारण बन जाती हैं।
ब्रेकिंग हैबिट: खुद को समझे
यह अभ्यास आपकी खरीददारी की आदतों को समझने से शुरू होता है। इसमें कई सवाल पूछने और उन पर विचार करना शामिल है। नीचे दी गई सूची में दिए गए सवालों पर गहरा विचार किया जा सकता है:
- आप किस तरह के प्रोडक्ट और सर्विसेज पर पैसा खर्च करना पसंद करते हैं?
- आपको उन पर पैसा खर्च करना क्यों अच्छा लगता है?
- आपको क्या लगता है कि आप एक ‘अच्छे’ खरीददार हैं?
- आप कौन-कौन सी खरीददारी की आदतें बदलना चाहेंगे?
- आपको क्या लगता है आप उन्हें कैसे बदल सकते हैं?
जब आप खरीदारी करने की इच्छा महसूस करते हैं क्योंकि आप उदास महसूस कर रहे हैं, तो अपना ध्यान मूड बढ़ाने वाली गतिविधियों की ओर ले जाएं, जो कोई खर्च नहीं करवाती हैं, जैसे कि व्यायाम करना या किसी दोस्त से बात करना।
खर्च करने का ट्रिगर: प्यार की निशानी के रूप में पैसा
आप अपनी माँ के जन्मदिन पर वह महंगा हार खरीदते हो। आप अपने पति के जन्मदिन के अवसर पर वह सोने की अंगूठी खरीदते हो। आप ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि कहीं न कहीं आपको इस बात की चिंता रहती है कि अगर आप 20,000 रुपये के बजाय सिर्फ 2,000 रुपये खर्च करेंगे तो आपके परिवार वाले क्या सोचेंगे। ये सभी इस बात के उदाहरण हैं कि पैसा कैसे प्यार से जुड़ा होता है। हम आशा करते हैं कि हम जो पैसा खर्च करेंगे उससे सब कुछ ठीक हो जाएगा।
ब्रेकिंग हैबिट: पैसे और प्यार के बीच अंतर करना
समय-समय पर उपहार खरीदना और प्रियजनों पर पैसा खर्च करना सामान्य बात है। हालांकि, किसी के प्यार को खरीदने के लिए पैसों से समझौता करने से बचना चाहिए। आपको याद रखना चाहिए कि अधिकांश लोग एक सोचे समझे गिफ्ट को पसंद करते हैं बजाय एक महंगे गिफ्ट के! और यदि आपको लगता है कि आपने किसी के साथ काफी समय नहीं बिताया है, तो इसके बारे में खुलकर बात करें!
खर्च करने का ट्रिगर: क्रेडिट का योगदान
हम आसान पैसे के युग में रहते हैं। आपका सबसे नजदीकी बैंक या वह फिनटेक ऐप जिसका आप इस्तेमाल करते हैं, वह आपको न्यूनतम दस्तावेज़ के साथ पैसे उधार देने के लिए तैयार है। इसमें वर्तमान की मानसिकता भी शामिल है, जो क्रेडिट/कर्ज के अत्यधिक उपयोग का कारण भी हो सकती है। क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके खरीददारी करने से आपको तुरंत नकद खर्च किए बिना आज कुछ प्राप्त कर सकते हैं।
सिद्ध तथ्य: रिसर्च के मुताबिक़, लोग जब डेबिट या क्रेडिट कार्ड की बजाय कैश का उपयोग करते हैं, तो वे कम खर्च करते हैं। यह इसलिए है क्योंकि उन्हें पैसे से अलग होने का दर्द तुरंत महसूस होता है और यह भविष्य में होने वाली बात नहीं है।
ब्रेकिंग हैबिट: सोच विचार कर खरीदारी करे!
ज्यादा खरीदारी के लिए डेबिट कार्ड या कैश का उपयोग करना आपको किफायती खरीदारी करने में मदद कर सकता है। हालांकि, इसका यह मतलब नहीं है कि आपको क्रेडिट को पूरी तरह से टाल देना चाहिए। क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने से आप अच्छा क्रेडिट स्कोर बना सकते हैं, जिससे भविष्य में लोन लेने पर मदद मिल सकती है।
हालांकि, क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने का एक अच्छा तरीका है अपनी खरीददारी की फ्रीक्वेंसी और वैल्यू को सीमित करके सोच-समझकर खरीदारी करना है। इस तरह, आपको बिल का भुगतान करने में कोई समस्या नहीं होगी!
निष्कर्ष
पैसा कमाने में बहुत समय और मेहनत लगती है; इसलिए, सतर्क उपभोक्ता बनकर अपने पैसे को खर्च करना भी आवश्यक है! ऊपर बताए गए कुछ खरीददारी के ट्रिगर्स और उन्हें तोड़ने के तरीके दिए है! एक उपभोक्ता के रूप में, आपको इन तरीकों का ध्यान रखना चाहिए जो आपके दिमाग के साथ खेलती है और सदैव इन्हें पार करने का प्रयास करना चाहिए ताकि आप एक बुध्दिमान उपभोक्ता बन सकें!
* यह आर्टिकल केवल जानकारी के उद्देश्य से है। यह निवेश सलाह नहीं है।
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